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राजभाषा प्रकोष्ठ

राजभाषा प्रकोष्ठ

 

          जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रशासनिक अनुवाद कार्यों एवं राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन के लिए राजभाषा प्रकोष्ठ का गठन वर्ष1985 में हुआ था। श्री कांचीमल शर्मा विश्वविद्यालय के पहले हिंदी अधिकारी रह चुके हैं। वर्तमान में राजभाषा प्रकोष्ठ में मौजूदा पदों की स्थिति निम्नानुसार हैः-

 

क्र. सं.

पदनाम

संस्वीकृत पद

तैनाती की स्थिति

1.

सहायक निदेशक (रा.भा.)

01

01

2.

वरिष्ठ अनुवादक

01

01

3.

कनिष्ठ अनुवादक

02

01

4.

वैयक्तिक सहायक/आशुलिपिक

-

01

5.

कनिष्ठ सहायक व टंकक/कंप्यूटर ऑपरेटर

-

01

6.

बहु कार्य स्टाफ

01

01

 

 

  राजभाषा प्रकोष्ठ विश्वविद्यालय के दैनंदिन कार्यालयी पत्रों/परिपत्रों आदि का हिंदी अनुवाद उपलब्ध कराता है। उक्त प्रकोष्ठ द्वारा विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट, वार्षिक लेखा, वित्तीय प्राक्कलन, कोर्ट मीटिंग का एजेंडा एवं अन्य कार्यालयी दस्तावेजों का हिंदी अनुवाद किया जाता है। इसके अलावा, राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा विश्वविद्यालय में राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन से संबंधित सभी कार्यों को पूरा किया जाता है। विश्वविद्यालय में सामान्य संवर्ग के कार्मिकों को अपना कार्यालयी कार्य हिंदी में करने के लिए प्रोत्साहन देने की दृष्टि से कई हिंदी प्रोत्साहन योजनाएं चालू हैं। इन सभी प्रोत्साहन योजनाओं के अंतर्गत पात्र कार्मिकों को पुरस्कार वितरण प्रतिवर्ष हिंदी दिवस समारोह के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के करकमलों से किया जाता है।

 

 

 इसके अलावा, विश्वविद्यालय के कार्मिकों की व्यावहारिक समस्याओं के निराकरण के लिए समय-समय पर हिंदी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा अन्य कार्मिकों के कंप्यूटरों में हिन्दी में कार्य करने/टंकण आदि के बारे में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) का सदस्य कार्यालय भी है। नराकास की छमाही बैठकों में विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि नियमित रूप से भाग लेते हैं। प्रतिवर्ष सितंबर माह में विभिन्न हिंदी प्रतियोगिताओं एवं हिंदी दिवस समारोह का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है।

 

 

इस प्रकार, राजभाषा प्रकोष्ठ विश्वविद्यालय में राजभाषा हिंदी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सदैव तत्पर रहता है।